अयोध्या।(आरएनएस ) डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के भौतिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग एवं इण्टरनेशनल एकेडमी आॅफ फिजिकल साइंसेज, अयोध्या चैप्टर के संयुक्त तत्वाधान में भारत के डिजिटल युग के प्रयास को दिशा प्रदान करने के लिए फ्री साॅफ्टवेयर के अत्यधिक उपयोग वाले लिनेक्स के मूलभूत नियम एवं सी प्रोग्रामिंग पर संत कबीर सभागार में तीन दिवसीय राष्ट्रीय वर्कशाप का आयोजन किया गया। वर्कशाॅप का उद्घाटन मुख्य अतिथि कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने किया। इस अवसर पर विभाग द्वारा पहली बार वर्कशाॅप हैंण्डस आॅन पत्रिका का विमोचन किया गया। कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित छात्र-छात्राओं को अपने मानसिक स्तर को स्वतन्त्र आयाम देने की महत्ता पर बल दिया इससे वे अकल्पनीय विकास कर सके। इस उद्देश्य की प्राप्ति में आयोजित वर्कशाॅप ”लिनक्स फण्डामेन्टल एण्ड सी-प्रोग्रामिंग“ को अति महत्वपूर्ण बताया। इस वर्कशाॅप से लाभान्वित होकर छात्र-छात्राएं तकनीकी क्षेत्र में सोच से परे जाकर देश की वर्तमान तकनीकी समस्याओं के लिए नये साॅफ्टवेयर विकसित करके देश के विकास में अग्रिम योगदान दे सकते हैं।
उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता बाबा भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के कम्प्यूटर विभाग के अध्यक्ष प्रो0 एस0 के0 द्विवेदी ने यूजर्स फ्रेन्डली विन्डोज एवं एन्ड्राइड, ओ आपरेटिंग सिस्टम की अपेक्षा यूनिक्स आधिरित लिनक्स आपरेटिंग सिस्टम की महत्ता व इसके विभिन्न संस्करणों जैसे रेड हैट, लिनक्स, सांइटिफिक लिनक्स, फेडोरा, उबन्तु इत्यादि के बारे में तकनीकी जानकारी दी। इस आपरेटिंग सिस्टम का इस्टेमाल करके युवा छात्र देश में व्याप्त तकनीकी समस्याओं का समाधार करने में अहम योगदान देने के लिए प्रेरित किया। इसी क्रम में लिनक्स कर्नल, लिनक्स नेटवर्किंग, लिनक्स फाइल सिस्टम, डायनमिक मेमोरी इत्यादि की विवेचना की। अन्य वक्ता के रूप में बैंगलोर के फोर्टिनेट टेक्नालाॅजी के मुख्य इंबेडेड इंजीनियर रामानुज पांडेय ने कम्प्यूटर पर कार्य करने की अपेक्षा कम्प्यूटर द्वारा कार्य कराने की दक्षता पर जोर दिया। इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु लिनक्स कर्नल साॅफ्टवेयर की नितान्त आवश्यकता है। युवा छात्रों को इसके माध्यम से तकनीक जनित समस्याओं के नये सामाधान खोजने में नये उन्नत साॅफ्टवेयर विकसित किये जाने पर कार्य करने को प्रोत्साहित किया। इस सम्बन्ध में उन्होंने लिनक्स ओपेन सोर्स साॅफ्टवेयर की तकनीक की बारिकियों पर विस्तार से चर्चा किया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो0 के0 के0 वर्मा ने प्रो0 राजीव गौड़, प्रो0 फारूख जमाल, प्रो0 आर0 के0 सिंह, डाॅ0 अनिल कुमार, डाॅ0 सिन्धु सिंह, ओ0पी0 सिंह, प्रो0 नीलम पाठक, डाॅ0 बृजेश भारद्वाज, डाॅ0 जितेन्द्र कौशल श्रीवास्तव, डाॅ0 अश्विनी कुमार, डाॅ0 ज्ञानेश्वर गुप्ता, डाॅ0 गया प्रसाद तिवारी, सुश्री निधि अस्थाना, डा0 शिव प्रकाश मिश्रा, डाॅ0 मिथलेश तिवारी, डाॅ0 संजीव कुमार सिंह, डाॅ0 वीर बहादुर सिंह, श्री संतोष शुक्ला, आदि शिक्षण गण उपस्थित रहे।
सी प्रोग्रामिग पर आयोजित वर्कशाप सी प्रोग्रामिंग पर राष्ट्रीय वर्कशाप का हुआ शुभारम्भ