भारत माता की जय के साथ शहीद धर्मेंद्र सिंह अमर रहे" के लगे नारे
शनिवार की दोपहर शहीद धर्मेंद्र का पार्थिव शरीर श्रीनगर से नई दिल्ली लाया गया था। रविवार की सुबह सेना की एंबुलेंस से पार्थिव शरीर पैतृक गांव लाया गया। पार्थिव शरीर पहुंचते ही अंतिम दर्शन के लिए आसपास के गांवों से जन सैलाब उमड़ पड़ा।
आसपास के गांवों से जुटी हजारों की भीड़ ने भारत माता का जय बोला तो आसमान गूंज उठा। लोग "भारत माता की जय के साथ शहीद धर्मेंद्र सिंह अमर रहे" व "जब तक सूरज चांद रहेगा, धर्मेंद्र तेरा नाम रहेगा" आदि नारे लगा रहे थे। प्रावधिक शिक्षा मंत्री कमलरानी वरुण भी गांव पहुंची और पत्नी व बच्चों को हर संभव मदद का भरोसा देकर ढांढस बंधाया। वहीं आवास के बाहर ग्रामीणों ने बारी बारी से पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। वहीं अफसरों और नेताओं ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए। सैन्य सम्मान के बाद पार्थिव शरीर अंत्येष्टि के लिए ले जाया जाने लगा तो घर में कोहराम मच गया।
शहीद पिता की चिता को बड़े पुत्र ने दी मुखाग्नि
आसपास के गांवों से जुटी हजारों की भीड़ ने भारत माता का जय बोला तो आसमान गूंज उठा। लोग "भारत माता की जय के साथ शहीद धर्मेंद्र सिंह अमर रहे" व "जब तक सूरज चांद रहेगा, धर्मेंद्र तेरा नाम रहेगा" आदि नारे लगा रहे थे। प्रावधिक शिक्षा मंत्री कमलरानी वरुण भी गांव पहुंची और पत्नी व बच्चों को हर संभव मदद का भरोसा देकर ढांढस बंधाया। वहीं आवास के बाहर ग्रामीणों ने बारी बारी से पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। वहीं अफसरों और नेताओं ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए। सैन्य सम्मान के बाद पार्थिव शरीर अंत्येष्टि के लिए ले जाया जाने लगा तो घर में कोहराम मच गया।
शहीद पिता की चिता को बड़े पुत्र ने दी मुखाग्नि