कानपुर।(आरएनएस ) देश में 50 से ज्यादा बम विस्फोटों को अंजाम देने वाला इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी डॉ.जलीस अंसारी कानपुर में रहने वाले दों दोस्तों से मिलने आया था। उसके शहर आने की वजह की जांच कर रही एजेंसियां फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है, लेकिन उसके पास मिली डायरी और उसमें बम बनाने का तरीका मिलने के बाद किसी गहरी साजिश की आशंका बन गई है। इन सबके बावजूद पुलिस और खुफिया अभी तक उसके दोस्त अब्दुल कय्यूम को नहीं ढूंढ़ सकी हैं।
एसटीएफ के मुताबिक जलीस कानपुर में अपने दो पुराने साथियों से मदद मांगने आया था। यहां से लखनऊ और फिर संतकबीरनगर होते हुए उसे नेपाल जाना था।
पूछताछ में जलीस अंसारी ने कय्यूम और एक अन्य साथी अब्दुल रहमान से मिलने रेलबाजार के फेथफुलगंज आने की जानकारी दी है। यहां आकर उसे पता चला था कि रहमान की मौत हो चुकी है और कय्यूम कहीं बाहर रहता है। एसटीएफ ने फेथफुलगंज में कय्यूम के बारे में जानकारी की तो पता चला कि कई साल पहले वह परिवार समेत चला गया था। अब वह कहां है,इसका पता नहीं चल सका है। पैरोल के बाद मुंबई से कानपुर तक वह किन-किन लोगों से मिला इसका ब्योंरा जुटाया जा रहा है।
पूछताछ में जलीस अंसारी ने कय्यूम और एक अन्य साथी अब्दुल रहमान से मिलने रेलबाजार के फेथफुलगंज आने की जानकारी दी है। यहां आकर उसे पता चला था कि रहमान की मौत हो चुकी है और कय्यूम कहीं बाहर रहता है। एसटीएफ ने फेथफुलगंज में कय्यूम के बारे में जानकारी की तो पता चला कि कई साल पहले वह परिवार समेत चला गया था। अब वह कहां है,इसका पता नहीं चल सका है। पैरोल के बाद मुंबई से कानपुर तक वह किन-किन लोगों से मिला इसका ब्योंरा जुटाया जा रहा है।