अलीगढ़। वर्ष का अंतिम सूर्यग्रहण गुरुवार को पड़ा, जिस दौरान शहरभर के सभी मंदिरों के कपाट बंद रहे और ग्रहण के खत्म होते ही कपाट खोल दिये गये, मंदिरों की साफ-सफाई कराकर भगवान को स्नान कराया गया। महिलाओं ने भी मंदिरों में पहुुंचकर पूजा-अर्चना की।
अलीगढ में सूर्यग्रहण का प्रभाव प्रातः 08 से 11 बजे तक रहा, लेकिन सुबह से ही बादल छाए रहे जिस कारण कुछ देर के लिए ही सूर्यदेव के दर्शन हो सके। इसी दौरान लोगों ने सूर्यग्रहण को देखने का अपने-अपने तरीके से प्रयास किया।
महामंडलेश्वर स्वामी श्री पूर्णानंदपुरी महाराज ने बताया कि शास्त्रीय विधान के अनुसार सूर्यग्रहण के स्पर्श के 12 घंटे पहले यानि 25 दिसंबर बुधवार की रात्रि 8ः17 बजे से सूतक लग गए थे। गुरुवार को ग्रहण का स्पर्श सुबह 8ः17 बजे शुरू हुआ था। इस ग्रहण की कुल अवधि दो घंटा चालीस मिनट रही। अतः ग्रहण का मोक्ष पूर्वाह्न 10ः57 बजे तक रहा।