इटावा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से जनतंत्र की रक्षा के साथ शांतिपूर्ण आंदोलनों से पाबंदी हटाने तथा नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में हुए आंदोलनों के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई के साथ हिंसा की न्यायिक जांच व मृतक आश्रितों व घायलों को मुआवजा देने की भी मांग की। इससे पूर्व माकपा कार्यालय पर डा. अंबेडकर के चित्र के समक्ष भारत के संविधान की उद्देशिका का सामूहिक पाठ भी किया गया।
इस मौके पर माकपा राज्य मंन्त्रिपरिषद सदस्य मुकुट सिंह ने कहा कि सीएए, एनआरसी व एनआरपी पर सरकार का झूठ बेनकाव हो गया हैं। भाजपा धार्मिक आधार पर अपने एजेन्डे को आगे बढ़ा रही है। विपक्षी दलों, छात्रों की आवाजों को दबाया जा रहा है। अपने चुनावी वादों में असफल भाजपा एक-एक कर प्रदेशों में हार के कारण घबराई हुई हैं। उन्होंने कहा कि वांमपन्थी दलों ने 1 से 7 जनवरी तक देश व्यापी अभियान चलाने व मजदूरों, कर्मचारियंों, किसान संगठनों द्वारा आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, छटनी, कृषि संकट, एनआरसी व एनआरपी जैसे मुददों पर 8 जनवरी को होने वाली देश व्यापी हड़ताल का समर्थन व सहयोग की घोषणा की हैं। ज्ञापन देने वालों में आशा रसोइया यूनियन के नेता अमर सिंह शाक्य, माकपा शहर मंत्री प्रेमशंकर यादव, नौजवान सभा के जिला मंत्री नरेन्द्र शाक्य, यूपीएमएसआरए के ज्वाय मुखर्जी, निजामुददीन, सकट नरायन, प्रेमदास मौजूद रहे।