मेरठ। प्रभु यीशु के आगमन के पूर्व शहर के चर्चों में प्रार्थनाएं हुई। क्रिसमस के पर्व को लेकर चर्चों में भव्य सजावट को अंतिम रूप दिया गया। बच्चा पार्क स्थित सेंट थामस चर्च में 125 बुजुर्ग सदस्यों को सम्मानित किया गया और उपहार प्रदान किए गए। चर्च के युवा और बच्चों प्रभु यीशु के जन्म का प्रसंग नाटिका के माध्यम से दर्शाया। पादरी पारितोश अभिषेक नोयल ने बाइबिल का संदेश पढ़ा।
रुड़की रोड स्थित सेंट जोजफ चर्च में माता मरियम की प्रतिमा स्थल की सजावट देखने लायक रही। पूरे चर्च में लाइटिंग की गई है। सुबह के समय हुई प्रार्थना में फादर जान चिमन ने कहा कि संत जोजफ प्रभु यीशु के संरक्षक पिता थे। जब उन्हें पता चला कि मरियम कुंवारी होने के बावजूद गर्भवती हो गई है तो उन्होंने उसे त्यागने का विचार किया। इसी बीच देवदूत गेब्रियल ने कहा कि माता मरियम एक शिशु को जन्म देने वाली हैं जो ईश्वर की संतान है। उसका नाम यीशु रखना।
शाम को चैपल स्ट्रीट, सोफिया कान्वेंट, बैंक स्ट्रीट आदि स्थलों पर कैरल सिंगिग हुई। फादर रोज बेनडिक्ट, फादर थामस, फादर बिजू, जेम्स रामसिंह अजय अंथनी, हरलाल मसीह आदि मौजूद रहे। लालकुर्ती स्थित सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च में लाइटों की सजावट हुई। रुड़की रोड स्थित सेंट पाल चर्च में फादर डेविड मसीह ने प्रार्थना करायी। यीशु के जीवन की मुख्य घटनाओं का नाटक के माध्यम से प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण हुआ।