रायबरेली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करने पर बंद किए गए समाजवादी नेता अखिलेश यादव को जिला प्रशासन ने 6 दिन के बाद छोड़ दिया गया है। सपा नेता अखिलेश यादव के साथ में अन्य कई समाजवादी नेताओं को बंद किया गया था। 6 दिनों के बाद जेल से रिहा हुए समाजवादी नेता अखिलेश यादव का क्षेत्रवासियों ने स्वागत किया। बता दें समाजवादी पार्टी के प्रदेश आह्वान पर 22 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन करने के दौरान सपा नेताओं को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था। सपा नेताओं के साथ में युवा नेता अखिलेश यादव को भी गिरफ्तार किया गया था। जेल से रिहा होने के बाद युवा सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा, अगर हक और आम जनमानस की लड़ाई के लिए एक बार नहीं 100 बार भी जेल भेजा जाए, तब भी हम समाजवादी लोग पीछे नहीं हटने वाले। विपक्ष को जेल में डालने की हरकत हमेशा कमजोर सरकारें करती रही हैं। ऐसी सरकारों का पतन ऐसे हुआ है कि अरसों तक सत्ता की डेहरी लांघना नसीब नहीं हुआ है। सत्ता के घमंड में चूर मदमस्त प्रदेश सरकार जिसका वास्ता किसी भी प्रकार से जनता से नहीं है। ऐसी तानाशाह सरकार के खिलाफ हमारा आंदोलन सरकार को उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि महज धारा 151 के तहत हम लोगों को जिस तरह से जेल में रखा गया। वह पूरी तरह से गलत था। समय आने पर इसका भी जवाब दिया जाएगा। जेल से रिहा होने के बाद युवा सपा नेता अखिलेश यादव का जिला कारागार, डलमऊ और ग्रामसभा बेलहनी में किया गया।
जेल से रिहा हुए सपा नेता अखिलेश यादव, क्षेत्रवासियों ने किया स्वागत