अयोध्या। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 95 जयंती की पूर्व संध्या पर रिकाबगंज स्थित श्रीराम जानकी मंदिर परिसर में भाजपा महानगर कार्यकर्ताओं ने एक गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित कर भारतीय राजनीति में उनका योगदान और उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण और दीप जलाकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा नेता दिनेश जायसवाल ने कहा कि उनके निर्णय लेने की क्षमता, वाकपटुता और हंसमुख स्वभाव न सिर्फ विरोधियों को भी आकर्षित करती थी बल्कि सभी उनके कायल भी हो जाते थे। एक बार कांग्रेस सरकार के पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 नरसिम्भा राव जी के आग्रह को स्वीकार कर जिनेवा शिखर सम्मेलन में काश्मीर पर भारत का पक्ष रखने के लिए गये, पाकिस्तान के काश्मीर में जनमत संग्रह कराने का जवाब देते हुए अटल जी ने कहा था जनमत संग्रह सिर्फ काश्मीर में ही क्यों? पूरे भारत में क्यों नहीं? ऐसा कहकर उन्होंने पाकिस्तान को निरुत्तर कर दिया। संचालन कर रहे भाजपा पूर्व नगर उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजीव शुक्ला ने कहा कि उनको उनकी जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित करना हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए गौरव की बात है। कार्यक्रम में शामिल भाजपा मण्डल महामंत्री ओम मोटवानी ने कहा कि अटल जी ने सत्ता के लिए कभी अपने मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया वर्ना एक वोट से उनकी सरकार न गिरती? कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पुजारी माता बदल तिवारी, अरविन्द त्रिवेदी, मण्डल महामंत्री प्रमोद मौर्या, पूर्व नगर मंत्री अजय ओझा, डा0 अंशुमान मित्रा, रंजय शर्मा आदि लोग मौजूद रहे।
अटल जयंती की पूर्व संध्या पर हुई गोष्ठी, अर्पित की श्रद्धांजलि